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निश्छल प्रेम जो होता है
निश्छल प्रेम जो होता है, संग उमंग भी लाता है। न हो कोई स्वार्थ जहाँ, मन मधुर सुर गाता है। निर्मल जल सा बहता है, हर दुख को वो सहता है। न...
Shreyas Khopkar
Mar 22


जीवन बहती धारा
जीवन बहती धारा जैसी, रुक न सके, थमे न कहीं, कभी लगे ये शांत सरिता, कभी उठे लहरों में वहीं। धूप-छाँव के खेल निराले, सुख-दुख का संग चलता,...
Shreyas Khopkar
Mar 22


Dashavtaar
ब्रह्मदेव पृथ्वी के निर्माता और भगवान शिव पृथ्वी के संहारक के साथ-साथ, भगवान विष्णु हिंदू धर्म में तीन मुख्य पुरुष देवताओं में से एक हैं...
Shreyas Khopkar
Oct 2, 2020


वही मित्र है
जीवन रथ मझधार पडा हो , फिर भी संग में कोई खड़ा हो, डोर नही हो उससे कोई, फिर भी डोर को बांध चला हो, समझना तुम कि ‘वही मित्र है’ जीत हार का...
Shreyas Khopkar
Feb 14, 2019

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